आज मैं बोलूँगा ’, सोचा उसने
पर,
जब राह चलते एक अदने से सिपाही ने ,
उसे गाली दी ,
जब रेलवे के टिकेट क्लर्क ने ,
घंटो लाइन में रहने के बाद ,
छुट्टे पैसों के लिए उसे ,
बिना टिकेट लौटा दिया ,
जब उसकी प्रेमिका ने उसे ,
अपने किसी ‘गहरे ’ दोस्त से मिलवाया ,
हमेशा की तरह ,
वो आज भी कुछ ,
बोल नहीं पाया …..
पर,
जब राह चलते एक अदने से सिपाही ने ,
उसे गाली दी ,
जब रेलवे के टिकेट क्लर्क ने ,
घंटो लाइन में रहने के बाद ,
छुट्टे पैसों के लिए उसे ,
बिना टिकेट लौटा दिया ,
जब उसकी प्रेमिका ने उसे ,
अपने किसी ‘गहरे ’ दोस्त से मिलवाया ,
हमेशा की तरह ,
वो आज भी कुछ ,
बोल नहीं पाया …..
1 comments:
Wah Kya Baat Hai...
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