सुनो...... बहुत बोलता हूँ, क्योकि उसे पसंद है, सुनना नहीं, बहुत बोलने वाले लोग, पर इस कहने-सुनने के शोरगुल में, अकसर, Taken from google चुप ही पाया जाता हूँ मैं, या, चुप करा देता है, उसका, 'कीमती हेडफोन', और, मै बोल नहीं पाता। Email ThisBlogThis!Share to XShare to Facebook
5 comments:
:P...creativity,,
thnx
That's a nice perspective.
Thanks...
बहुत बढ़िया
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